कर्नल साहब का प्यारा गुलाब

350.00

‘कर्नल साहब का प्यारा गुलाब’ एक प्रेरणादायक कहानी है। इस कहानी से हमें सीख मिलता है कि दया, समानता और मिलकर काम करने से समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

यह कहानी सतत विकास लक्ष्य 1 (SDG 1), यानी ‘गरीबी खत्म करने’ (No Poverty) से प्रेरित है। कर्नल साब को एहसास होता है कि देने और साझा करने से जीवन में कितनी खुशी मिलती है। यह कहानी हमें बताती है कि हम अपने छोटे-छोटे प्रयासों से समाज को बेहतर बनाने में कैसे योगदान दे सकते हैं।

मिशन LiFE के संदेश के साथ, यह कहानी यह भी बताती है कि छोटे कदम कैसे बड़े बदलाव का आधार बन सकते हैं।

लेखक: पूजा गुप्ता महुरकर और शालिनी वर्मा
पेपरबैक: 36 पृष्ठ (2023)
प्रकाशक: बुक्स33

संशोधित संस्करण: 2025

ISBN: 978-81-983582-3-3

मुल्य:  350

‘कर्नल साहब का प्यारा गुलाब’ एक प्रेरणादायक कहानी है। इस कहानी से हमें सीख मिलता है कि दया, समानता और मिलकर काम करने से समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

यह कहानी सतत विकास लक्ष्य 1 (SDG 1), यानी ‘गरीबी खत्म करने’ (No Poverty) से प्रेरित है। कर्नल साब को एहसास होता है कि देने और साझा करने से जीवन में कितनी खुशी मिलती है। यह कहानी हमें बताती है कि हम अपने छोटे-छोटे प्रयासों से समाज को बेहतर बनाने में कैसे योगदान दे सकते हैं।

मिशन LiFE के संदेश के साथ, यह कहानी यह भी बताती है कि छोटे कदम कैसे बड़े बदलाव का आधार बन सकते हैं।

लेखक: पूजा गुप्ता महुरकर और शालिनी वर्मा
पेपरबैक: 36 पृष्ठ (2023)
प्रकाशक: बुक्स33

संशोधित संस्करण: 2025

ISBN: 978-81-983582-3-3

मुल्य:  350

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