यह कहानी गोम्पा गांव की है। वहां दद्दाजी की अचानक तबीयत खराब हो जाती है। यह घटना गांव वालों को अपनी जीवनशैली पर सोचने के लिए मजबूर करती है। तभी शीला मासी आती हैं। वह एक रहस्यमयी वादा करती हैं कि उनके “सुनहरे कदम” से सेहत और सुख-शांति वापस आ सकती है। क्या गांव वाले उनके ज्ञान को समझ पाएंगे? क्या वे अपनी आदतें बदल पाएंगे? यह कहानी SDG 3: अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़ी है। यह मिशन LiFE का संदेश – बेहतर जीवनशैली और सामुदायिक भलाई – को अपनाने पर ज़ोर देती है।
लेखक: शालिनी वर्मा और स्नेह आनंद
पेपरबैक: 36 पृष्ठ
प्रकाशक: बुक्स33 (2021)
भाषा: हिंदी
ISBN 978-81-982900-0-7
मुल्य: 350
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