आपको कुछ देर के लिए यह सुनकर अजीब लगे कि हाथ धोने को लेकर पूरे विश्वभर में एक दिवस मनाया जाता है। इसे ‘ग्लोबल हैंडवाशिंग डे’ के नाम से जाना जाता है।
सर्वप्रथम 2008 से शुरू हुआ यह कार्य अब हर साल 15 अक्टूबर को एक कार्यक्रम के तौर पर मनाया जाता है। कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे मानव समाज के इस भयंकर दौर में ‘ग्लोबल हैंडवाशिंग डे’ और भी कितना प्रासंगिक हो जाता है, यह बताने की बात नहीं है।
हर बार की तरह इस बार भी इसके लिए एक थीम दिया गया है। 2020 का थीम है- ‘हैंड हाइजीन फॉर ऑल’, जबकि पिछले साल यानी 2019 का थीम था- ‘क्लीन हैंड्स फॉर ऑल’।
शायद हमें पता नहीं कि स्वच्छ हाथ हमें कितनी छोटी-बड़ी बीमारियों से बचा सकता है; इसलिए हमें स्वस्थ रहने के लिए बराबर अपने हाथों को साबुन से साफ करना चाहिए और सही तरीके से साफ करना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में हाथों की सफाई न होने के कारण हमारे शरीर को अत्यंत ही घातक संक्रमणों को झेलना पड़ता है।
कभी-कभी स्थिति अत्यंत ही गंभीर हो जाती है और हम किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। इससे हमारे जान को भी खतरा पहुंच जाता है। इन विषम परिस्थितियों से बचने का सबसे अच्छा उपाय है- निरंतर अपने हाथों की सफाई। इसलिए हमें नित्य कर्म के बाद, खाने के पहले और बाद में, खांसने और छींकने के बाद, कोई गन्दा सामान छूने के बाद, किसी अन्य व्यक्ति से कोई सामान लेने के बाद, किसी से हाथ मिलाने के बाद- हमें अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए।
‘ग्लोबल हैंडवाशिंग डे’ हाथों की इसी स्वच्छता को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने का काम करता है। इस दिवस के अवसर पर पुरे विश्वभर में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। हाथ की सफाई और इसके साथ ही शरीर की स्वच्छता को लेकर प्रतिबद्ध ‘ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप’ संगठन निरंतर कार्यरत है।
तो आइए इस साल भी हम अपने हाथों की सफाई को लेकर प्रतिबद्ध बने। स्वयं जागरूक बने और दूसरों को भी जागरूक बनाएं, क्योंकि हाथों की स्वच्छता से ही शरीर की स्वच्छता है।
हैप्पी ग्लोबल हैंडवाशिंग डे।