गोम्पा गाँव की सुनहरी फसल

350.00

यह कहानी गोम्पा गांव की है, जो संकट में है। सूखते खेत गांव वालों के जीवन के लिए खतरा बन गए हैं। कुछ पुराने खेती करने के तरीको पर चर्चा होती है। यह उनकी उम्मीद जगाती है। क्या गांव वाले “सुनहरी फसल” का रहस्य ढूंढ पाएंगे? क्या वे समय रहते अपनी फसलें बचा पाएंगे? यह कहानी SDG 2: भूख मुक्त विश्व से जुड़ी है। यह मिशन LiFE का संदेश – प्रभावकारी खेती करने के तरीको की, पारंपरिक ज्ञान की और सामुदायिक प्रयास के महत्व को बताती है।

लेखक: शालिनी वर्मा और स्नेह आनंद
पेपरबैक: 36 पृष्ठ
प्रकाशक: बुक्स33 (2025)

भाषा: हिंदी

ISBN 978-81-982900-6-9

मुल्य:  350

यह कहानी गोम्पा गांव की है, जो संकट में है। सूखते खेत गांव वालों के जीवन के लिए खतरा बन गए हैं। कुछ पुराने खेती करने के तरीको पर चर्चा होती है। यह उनकी उम्मीद जगाती है। क्या गांव वाले “सुनहरी फसल” का रहस्य ढूंढ पाएंगे? क्या वे समय रहते अपनी फसलें बचा पाएंगे? यह कहानी SDG 2: भूख मुक्त विश्व से जुड़ी है। यह मिशन LiFE का संदेश – प्रभावकारी खेती करने के तरीको की, पारंपरिक ज्ञान की और सामुदायिक प्रयास के महत्व को बताती है।

लेखक: शालिनी वर्मा और स्नेह आनंद
पेपरबैक: 36 पृष्ठ
प्रकाशक: बुक्स33 (2025)

भाषा: हिंदी

ISBN 978-81-982900-6-9

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