सूरज चाचू आ गए

350.00

‘सूरज चाचू आ गए’ एक दिलचस्प कहानी है। यह 6 साल के रिकी और उसकी मां के ‘सी वुड्स नेचर पार्क’ में बिताए खास दिन की कहानी है। अपनी खोजबीन के दौरान, उन्हें एक पिज्जा कैफे में चौंकाने वाला सच पता चलता है— वहां पिज्जा एक अनोखे हरित ऊर्जा स्रोत से तैयार किया जाता था।

यह कहानी सतत विकास लक्ष्य 7 (SDG7), यानी ‘किफायती और स्वच्छ ऊर्जा (Affordable and Clean Energy) उपयोग करने से प्रेरित है। इसमें बच्चों को नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के महत्व और हरे-भरे भविष्य के निर्माण में इसकी भूमिका के बारे में बताया गया है।

मिशन LiFE के स्वच्छ ऊर्जा उपयोग के सिद्धांतों पर आधारित, इस कहानी के मुख्य पात्र – रिकी की यह यात्रा पाठकों को रचनात्मक समाधान अपनाने, गैर-नवीकरणीय संसाधनों (non-renewable energy) पर निर्भरता कम करने और हरित ऊर्जा विकल्पों का समर्थन करने के लिए प्रेरित करती है।

लेखक: केटी बागली और शालिनी वर्मा
पेपरबैक: 36 पृष्ठ (2023)
प्रकाशक: बुक्स33

संशोधित संस्करण: 2025

भाषा: अंग्रेजी

ISBN: 978-81-983298-6-8

मुल्य:  350

‘सूरज चाचू आ गए’ एक दिलचस्प कहानी है। यह 6 साल के रिकी और उसकी मां के ‘सी वुड्स नेचर पार्क’ में बिताए खास दिन की कहानी है। अपनी खोजबीन के दौरान, उन्हें एक पिज्जा कैफे में चौंकाने वाला सच पता चलता है— वहां पिज्जा एक अनोखे हरित ऊर्जा स्रोत से तैयार किया जाता था।

यह कहानी सतत विकास लक्ष्य 7 (SDG7), यानी ‘किफायती और स्वच्छ ऊर्जा (Affordable and Clean Energy) उपयोग करने से प्रेरित है। इसमें बच्चों को नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के महत्व और हरे-भरे भविष्य के निर्माण में इसकी भूमिका के बारे में बताया गया है।

मिशन LiFE के स्वच्छ ऊर्जा उपयोग के सिद्धांतों पर आधारित, इस कहानी के मुख्य पात्र – रिकी की यह यात्रा पाठकों को रचनात्मक समाधान अपनाने, गैर-नवीकरणीय संसाधनों (non-renewable energy) पर निर्भरता कम करने और हरित ऊर्जा विकल्पों का समर्थन करने के लिए प्रेरित करती है।

लेखक: केटी बागली और शालिनी वर्मा
पेपरबैक: 36 पृष्ठ (2023)
प्रकाशक: बुक्स33

संशोधित संस्करण: 2025

भाषा: अंग्रेजी

ISBN: 978-81-983298-6-8

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